कलेक्टर की पहल पर एनआरसी में बढी बच्चों की संख्या फरवरी में पोषण स्वास्थ्य का लाभ लेकर 66 बच्चें हुए डिस्चार्ज
श्योपुर, 26 फरवरी 2025
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा की पहल और प्रयासों से एनआरसी में न केवल बच्चों की संख्या बढी है, बल्कि फरवरी माह में 66 बच्चें पोषण स्वास्थ्य का लाभ लेकर डिस्चार्ज भी हो गये है। शासन की मंशा के अनुरूप पोषण पुर्नवास केन्द्रों का पूरा लाभ बच्चों को मिलें और इसका पूर्ण उपयोग हो, इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा द्वारा गत 30 जनवरी को जिला चिकित्सालय स्थित एनआरसी का भ्रमण कर स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गये थे कि कम वजन एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर श्रेणी के बच्चों को एनआरसी लाया जायें।
उक्त निर्देशो के बाद महिला बाल विकास विभाग द्वारा जिले के सभी आंगनबाडी केन्द्रों में वजन अभियान चलाकर बच्चों को चिन्हित करने का कार्य किया गया तथा स्वास्थ्य की जरूरत अनुसार बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया गया, जिसके सुखद परिणाम सामने आयें है। फरवरी माह में जहां तीनो एनआरसी श्योपुर, कराहल, विजयपुर में 94 बच्चों को लाकर पोषण पुर्नवास केन्द्र के पैरामीटर्स अनुरूप उनका पोषण प्रबंधन करते हुए समुचित देखभाल की गई। जिससे 66 बच्चे इस माह में अभी तक पूरी तरह से स्वस्थ और सुपोषित होकर डिस्चार्ज हो चुके है, चूकि बच्चों को एनआरसी में रखे जाने की अवधि न्यूनतम 14 दिवस है, इसलिए और बच्चें मार्च के प्रथम सप्ताह तक स्वास्थ्य लाभ के साथ सुपोषित होकर डिस्चार्ज होंगे। इसके पूर्व जनवरी माह में तीनो एनआरसी में 11 तथा दिसंबर माह में 12 बच्चों को लाया गया था। श्योपुर जिले में जिला चिकित्सालय श्योपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कराहल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विजयपुर में संचालित एनआरसी में 20-20 बेड की क्षमता है, जिले में कुल 60 बेड है। एनआरसी का पूरा लाभ बच्चों को मिले, इस दिशा में शासन की मंशा के अनुरूप कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री अर्पित वर्मा द्वारा गंभीरता से अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि एनआरसी की क्षमता अनुसार बच्चों को लाकर स्वास्थ्य एवं पोषण लाभ प्रदान किया जायें। इसके साथ ही उन्होने श्योपुर जिला मुख्यालय स्थित एनआरसी को मॉडल रूप में विकसित किये जाने के निर्देश भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये है। उन्होने कहा है कि श्योपुर एनआरसी को मॉडल एनआरसी के पैरामीटर अनुरूप विकसित किया जायें।
उल्लेखनीय है कि एनआरसी में कम से कम 14 दिन के लिए तथा अधिकतम 21 दिवस के लिए बच्चों को देखभाल के लिए रखा जाता है। इस दौरान उन्हें विटामिन, मिनरल्स के साथ ही पोषणयुक्त आहार डाइट प्लान अनुसार प्रदान किया जाता है। डाइट चार्ट के अनुसार बच्चों को सुबह 7 बजे दूध के साथ डाइट की शुरूआत होती है, इसके उपरांत 10 बजे स्पेशल फूड, मूंगफली, मिल्क पावडर, शक्कर, कॉकनट का मिश्रण तथा 11 बजे दलिया खिचडी या हलवा, 01 बजे दूध, 04 बजे फिर से स्पेशल फूड, 07 बजे दलिया, खिचडी या हलवा और रात 10 बजे स्पेशल फूड प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही शिशुरोग विशेषज्ञ द्वारा नियमित रूप से उनका स्वास्थ्य चैकअप किया जाता है तथा प्रतिदिन वजन लेकर अन्य डाइग्नोसिस किये जाते है एवं उस अनुरूप उनका उपचार किया जाता है।
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