अमरूद एवं शहद प्रसंस्करण इकाई का अवलोकन कलेक्टर ने दिये अमरूद जूस प्रोसेसिंग यूनिट के सुचारू संचालन के निर्देश
श्योपुर, 05 जनवरी 2025
कलेक्टर श्री किशोर कुमार कन्याल द्वारा जिला मुख्यालय पर एनआरएलएम के माध्यम से स्थापित अमरूद एवं शहद प्रसंस्करण इकाईयों का अवलोकन किया गया तथा अमरूद जूस यूनिट को पुनः नये सिरे से शुरू करने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्री गिरधारी बैरवा, एनआरएलएम के डीपीएम श्री सोहनकृष्ण मुदगल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री किशोर कुमार कन्याल ने इस अवसर पर शहद प्रसंस्करण इकाई का अवलोकन किया तथा शहद को प्रसंस्करण किये जाने की प्रक्रिया देखी गई। उन्होंने एनआरएलएम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वसहायता समूहो के माध्यम से संचालित इस शहद इकाई में तैयार एवं पैकिंग किये गये शहद की मार्केटिंग स्थानीय बाजार सहित अन्य शहरो में भी की जायें। इस अवसर पर डीपीएम एनआरएलएम श्री सोहनकृष्ण मुदगल ने बताया कि शहद के सीजन के समय शहद का प्रसंस्करण किया जाता है तथा तैयार शहद को समूहो के माध्यम से विभिन्न मेलो एवं अन्य स्थानों पर विक्रय की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार अमरूद जूस सहित बील, आम आदि के जूस के लिए स्थापित प्रोसेसिंग यूनिट वर्तमान में बंद है, जिसे चालू कराने के प्रयास किये जा रहे है। श्री मुदगल ने जानकारी दी कि अमरूद यूनिट मारेवा प्रोड्यूसर कंपनी के तकनीकी सहयोग से स्थापित की गई थी। इस संबंध में कंसलटेंट श्री वारूष सिंह से चर्चा कर यूनिट को फिर से शुरू करने के प्रयास किये जा रहे है।
कलेक्टर श्री किशोर कुमार कन्याल ने अमरूद जूस उत्पादन इकाई के संबंध में निर्देश दिये कि यूनिट को शुरू करने की कार्य योजना तैयार की जायें तथा मार्केटिंग के लिए बिजनेस प्लान प्रस्तुत किया जायें। इस अवसर पर उन्होने कंसलटेंट श्री वारूष सिंह से दूरभाष पर अमरूद यूनिट को फिर से शुरू करने के संबंध में चर्चा की गई।
उल्लेखनीय है कि सागर संकुल स्तरीय संगठन द्वारा संचालित शहद प्रसंस्करण इकाई की स्थापना अनुसूचित जाति उप योजना मध्यप्रदेश शासन के वित्तीय सहयोग से की गई है। इस इकाई की क्षमता 800 किलो शहद प्रतिदिन प्रसंस्करण करने तथा पैकेजिंग की है। इसके माध्यम से तैयार शहद को 500 एवं 100 ग्राम के पैक में विक्रय किया जाता है, संकुल स्तरीय संगठन अंतर्गत जुडे स्वसहायता समूहों की अनुसूचित जाति वर्ग की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मधुमक्खी पालन से जोडा गया है तथा इन महिलाओं को कुल 600 शहद कलेक्शन बॉक्स उपलब्ध कराये गये है, प्रत्येक महिला को दो-दो बॉक्स दिये गये है, जिनके द्वारा समूह में मधुमक्खी पालन कर शहद कलेक्शन किया जा रहा है। यह बॉक्स ददूनी, सोईकलां एवं रामगावडी में लगाये गये है। स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये जा रहे मधुमक्खी पालन से शहद कलेक्शन कर इस इकाई में प्रसंस्करण तथा पैकेजिंग कर बाजार में विक्रय किया जा रहा है। शहद प्रसंस्करण इकाई में ऑटोमैटिक मशीन से पूरी प्रोसेसिंग तथा पैकेजिंग की जा रही है।
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